आपूर्ति कमजोर होने एवं ग्राहकी निकलने के कारण हाल ही में सरसों तेल के भाव 1000 रुपए प्रति कुंतल बढ गए, भविष्य में भी मंदे की संभावना कम है । आपूर्ति कमजोर होने एव स्टॉकिस्टों की लिवाली बढने से एक माह में सरसों तेल के भाव निचले स्तर 1000 रुपए बढक़र 14000 रुपए प्रति क्विंटल हो गए। दादरी मंडी में इसके भाव 13800 रुपए प्रति क्विंटल बोले गए। देश की विभिन्न मंडियों में सरसों की आवक 5 लाख बोरी के लगभग दैनिक की रही है। स्टॉकिस्टो की बिकवाली कमजोर होने से लारेस रोड पर सरसों के भाव 300 रूपये बढकर 6450/6500 रूपये प्रति क्विंटल हो गए। राजस्थान की मंडियों में भी बिकवाली घटने से जयपुर में 42 प्रतिशत कंडीशन सरसों के भाव 300 रूपये बढक़र 6600/6650 रूपये प्रति कुंतल हो गई। भरतपुर, अलवर में 6200/6300 रूपए प्रति कुंतल हो गए। बिहार-बंगाल की मांग में गंगानगर में सरसों तेल कच्ची घानी के भाव 14000 रूपये प्रति क्विंटल बोले गए। 2024-25 के दौरान सरसों की बिजाई का रकबा घटा है। इस वर्ष सरसों का उत्पादन 111.25 लाख टन होने की संभावना है। सरकार द्वारा खाद्य तेलों की महंगाई पर अंकुश लगाने के लिए हर संभव प्रयास जारी हैं। इन परिस्थितियों को देखते हुए भविष्य में सरसों तेल की कीमतों में अधिक गिरावट की संभावना नहीं है। हाल ही में आई तेजी को देखते हुए भविष्य में अधिक बढऩे की संभावना कम है। बाजार 400/500 रुपए के उतार-चढ़ाव के बीच में घूमता रह सकता है।