आपूर्ति कमजोर होने से बिनौला खल के भाव हाल ही 200 रुपए प्रति किवंटल घट गए। भविष्य में इसमें तेजी की संभावना कम है। उत्तर भारत के मंडियों में कपास की आवक शुरू होने के कारण सप्लाई सुधरने से बिनौला खल के भाव एक माह के दौरान 200 रूपए घटकर 3750/3900रुपए प्रति कुंतल रह गए। पंजाब की बठिंडा मंडी में इसके भाव 4000/4100रुपए प्रति कुंतल बोले गए।उक्त अवधि के दौरान उत्तर भारत की मंडियों में बिकवाली के कारण बिनौले के भाव पंजाब में 4500/4600 से घटकर 4100/4200 रूपये प्रति क्विटल रह गए ।हापुड़ में मांग कमजोर होने बिनौला खल के भाव 250 रूपए गिरकर 3850/3950 रुपए प्रति कुंतल रह गए। देश में कपास का उत्पादन हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ आंध्र प्रदेश इत्यादि राज्यों में होता है। बिजाई कमजोर होने के कारण उत्पादन प्रभावित होने की संभावना है नया सीजन शुरू होने तथा सटोरिया लिवाली घटने से एनसीडीईएक्स में बिनौला खल दिसंबर डिलीवरी में मंदे कारूख बना रहा । हरियाणा पंजाब राजस्थान के मंडियों में नई रूई की आवक 12500 गांठों के लगभग दैनिक हो रही है। बिकवली कमजोर होने के कारण पशु आहार में उपयोग में आने वाले अरहर चूरी , चना चूरी,अरहर छिलका,बाजरे की कीमतों में भी मजबूती का रूख बना हुआ है। वर्तमान हालात को देखते हुए आवक का दबाव बढऩे तक में बिनोला खल की कीमतों में गिरावट की संभावना नहीं है। आवक का दबाव बढऩे पर इसमें 200/300 रूपये क्विंंटल की गिरावट आ सकती है। उसके बाद बाजार ठहर जाएगा।