कह सकते हैं महिंद्रा की इन दिनों चारों अंगुलिया घी में हैं। कह यह भी सकते हैं कि देसी दिग्गज इ•ा डिगिंग गोल्ड। जोश के इस माहौल को महिन्द्रा फेस्टिव सीजन में जैकपॉट में बदलने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने वित्त वर्ष 26 के लिए एसयूवी सेगमेंट में ...मिड-टू-हाई टीन्स यानी 15 से 18 तक की ग्रोथ का टार्गेट रखा है। यह तब है जब ऑटो इंक के सामने निगेटिव ग्रोथ का खतरा आ धमका है। एमएंडएम के ऑटो डिवीजन के सीईओ नलिनीकांत गोल्लगुंटा ने कहा, ...हम फेस्टिव सीजन में एंट्री कर रहे हैं और हमें इस बार भी जबरदस्त डिमांड की उम्मीद है। एसयूवी ग्रोथ को लेकर जो मिड से हाई टीन्स का कमिटमेंट हमने किया था, हम अब तक उस पर कायम हैं और वैसा ही प्रदर्शन कर रहे हैं। वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में कंपनी की ऑटो सेल्स में सालाना 26 परसेंट की टर्बो ग्रोथ दर्ज की गई। इसमें पैसेंजर वेहीकल्स और एसयूवी की सेल्स में 20 परसेंट वहीं सीवी की सेल्स में 9.4 परसेंट की ग्रोथ हुई है। कंपनी ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में उसकी एक्सपोर्ट सेल्स ने 83 परसेंट की छलांग लगाई है। गोल्लगुंटा ने बताया कि रूरल मार्केट्स में कंपनी के प्रॉडक्ट्स के लिए अच्छी डिमांड है। और अच्छे मॉनसून से भी इसे सपोर्ट मिल रहा है। इस साल अब तक बारिश सामान्य से 7 परसेंट अधिक रही है। उनका मानना है कि रूरल डिमांड कंपनी की ग्रोथ के लिए आगे भी फ्यूल का काम करेगी। कंपनी ने रेयर अर्थ मैग्नेट्स की सप्लाई को सुनिश्चित करने के लिए बड़ा प्लान हाथ में लिया है। जिसमें सप्लायर बेस को डायवर्सिफाई करने से लेकर ऑल्टरनेटिव मैटीरियल पर रिसर्च शामिल है। कंपनी का कहना है कि अब तक सप्लाई में कोई रुकावट नहीं आई है और क्यू2 व क्यू3 के लिए पर्याप्त कवरेज मौजूद है। हालांकि क्यू4 के कुछ कंपोनेंट्स की सप्लाई की मॉनिटरिंग की जा रही है, फिर भी महिंद्रा को किसी बड़ी समस्या की आशंका नहीं है। वर्तमान में महिंद्रा के कुल कारोबार में एक्सपोर्ट्स की हिस्सेदारी छोटी है, लेकिन कंपनी साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया जैसे मुख्य मार्केट्स में स्कॉर्पियो-एन और एक्सयूवी700 जैसे मॉडल्स से इनरोड्स बना रही है। हाल ही में साउथ अफ्रीका में लॉन्च हुई एक्सयूवी 3एक्सओ को कार ऑफ द ईयर का खिताब मिला है। ऑस्ट्रेलिया में भी कस्टमर का रेस्पॉन्स पॉजिटिव रहा है। महिंद्रा इन मार्केट्स में बेहतर फिटिंग प्रॉडक्ट्स के जरिए विस्तार की योजना पर काम कर रही है। महिन्द्रा का अगले 18 से 24 महीनों में अपने इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ यूके मार्केट में एंट्री करने का प्लान है।
