ई - पेपर Subscribe Now!
ePaper Subscribe Now!
Download Android Mobile App
Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi
12-04-2025
अमेरिका और चीन के बीच गर्म हो रहे ट्रेडवॉर के बीच चीन की कंपनियों को अमेरिकी शेयर मार्केट से बेदखल करने की तैयारी चल रही है। चर्चा है कि अमेरिकी सरकार के पास अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्टेड चीनी कंपनियों को डीलिस्ट करने का प्रस्ताव है। इस प्रस्ताव पर सिर्फ प्रेसिडेंट डॉनाल्ड ट्रंप की मंजूरी का ही इंतजार है। अमेरिका के सेक्रेटरी ऑफ द ट्रेजरी स्कॉट बेसेंट का कहना है कि चीन की कंपनियों को अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंजों से हटाने को लेकर प्रस्ताव तैयार है। स्कॉट ने चीन को चेतावनी दी है कि टैरिफ के असर को कम करने के लिए चीन को करेंसी डीवेल्यूएशन का सहारा नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा चीन को बातचीत की मेज पर आना चाहिए। माना जा रहा है कि अमेरिकी मार्केट रेगुलेटर एसईसी के चीफ के तौर पर पॉल एटकिंस जैसे ही पद संभालेंगे इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाएंगे। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन सरकार से जुड़ी कंपनियों कंपनियों के चीन सरकार से संबंध और ऑडिट में अडंगा डालने वाली चीनी कंपनियों को डीलिस्ट करने का प्रावधान अमेरिकी कानून में है। अमेरिका की चिंता गोल्डन शेयर्स से है जिसके जरिए लिस्टेड कंपनियों पर चीन सरकार का कंट्रोल होता है।
गत कुछ अर्से से हमने हमारे देश में जिन स्थितियों का अहसास किया उसमें पहली को Disruptive Politics यानि जनता द्वारा चुनी हुयी सरकार को गिराना, तोडऩा, विघटन करना......
धर्म में सत्ता, शक्ति और सौन्दर्य को तारक व मारक कहा गया है। जिस प्रकार अग्रि तारक भी और मारक ाी, उसी प्रकार सत्ता जन कल्याण के लिये तारक है लेकिन जब उसका...
विकास के नये दौर को हम जिस तरह Labour v/s Leisure (परिश्रम के स्थान पर आराम) इकोनॉमी और उससे पैदा होने वाली बेरोजगारी बढ़ाने वाली समाज व्यवस्था के नाम से...
जब कोई देश Global Capitalist System की व्यवस्था को अपना लेता है तो वहां पूंजी प्रधान ऐसे अनेक घटनाक्रम घटित होते चले जाते हैं जो दिखने में व्यक्ति की सफलता......
जिस Welfare State Capitalism की व्यवस्था को हम अपना चुके हैं उसका सृजन, पोषण एवं पतन चूंकि सरकारी खजाने से होता है इसलिये इसे घूमन्तू पूंजीवाद या घूमते हुए......