मानव जीवन की मुख्य तीन अवस्थाएं होती हैं, बाल्यावस्था, योवनावस्था तथा वृद्धावस्था। प्रथम दो अवस्थाएं सामान्यतया आनंद प्रद होती हैं। चूंकि वृद्धावस्था में व्यक्ति की शारीरिक एवं मानसिक शक्ति में कमी आ जाती है। दृष्टव्य है कुछ सावधानियां बरत कर वृद्धावस्था में भी सुखपूर्वक जीवन व्यतीत किया जा सकता है। यह सत्य है कि वृद्धावस्था में शारीरिक व्याधियों के साथ-साथ मानसिक समस्याएं भी घेर सकती हैं। अत: इनसे बचने के लिये जागरुकता के साथ-साथ दिनचर्या में भी कुछ सावधानियां रखना कारगर उपाय है।