आने वाले फेस्टिव सीजन में भारत में प्रीमियम स्मार्टफोन की सेल्स एन्युअल लेवल पर 18 प्रतिशत बढ़ सकती है। साथ ही मार्केट वैल्यू में 24 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिल सकता है। यह जानकारी एक रिपोर्ट में दी गई। साइबरमीडिया रिसर्च (सीएमआर) की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रीमियम सेगमेंट, सुपर-प्रीमियम सेगमेंट (50,000 रुपए-1,00,000 रुपए) के स्मार्टफोन का बाजार एन्युअल लेवल पर 15 प्रतिशत बढ़ सकता है। वहीं, अपर-प्रीमियम सेगमेंट (1,00,000 रुपए और उससे अधिक) के स्मार्टफोन का बाजार सालाना आधार पर 167 प्रतिशत बढ़ सकता है। इसकी वजह फ्लैगशिप स्मार्टफोन की डिमांड का बढऩा है। सीएमआर के उद्योग अनुसंधान समूह (आईआरजी) के वाइस-पे्रसीडेंट के अनुसार, प्रीमियम स्मार्टफोन बाजार सेगमेंट को महत्वाकांक्षी खरीदारों, जेनरेशन जी और मिलेनियल उपभोक्ताओं द्वारा अपनी विकसित होती डिजिटल लाइफस्टाइल के अनुरूप पावरफुल डिवाइस की तलाश के कारण लगातार मजबूत समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि बढ़ती सुलभता और सामर्थ्य संबंधी पहलों के साथ, अब अधिक उपभोक्ता नई प्रीमियम डिवाइस खरीदना चाह रहे हैं। एंड्रॉइड स्मार्टफोन बाजार की बात करें तो परफॉर्मेंस, डिजाइन और ऑन-डिवाइस एआई प्रदान करने वाले स्मार्टफोन की अधिक डिमांड है। रिपोर्ट में बताया गया कि उपभोक्ता अनुभव के दृष्टिकोण से, स्नैपड्रैगन जैसे प्रीमियम चिपसेट को उच्च-प्रदर्शन उपकरणों के प्रमुख प्रवर्तक के रूप में देखा जाता है, जो अच्छी मल्टीटास्किंग, इमर्सिव गेमिंग, प्रो-ग्रेड कैमरा क्षमताएं और एडवांस एआई और जेन एआई-संचालित अनुभव प्रदान करते हैं। प्रीमियम सेंगमेंट में जुलाई, 2025 में सैमसंग 28 प्रतिशत, एप्पल 23 प्रतिशत और ओप्पो 11 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ अग्रणी रहे। स्नैपड्रैगन चिपसेट से संचालित प्रीमियम एंड्रॉइड स्मार्टफोन ने 40 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल की, जिससे प्रीमियम स्मार्टफोन बाजार में स्नैपड्रैगन की अग्रणी स्थिति और मजबूत हुई। इसके अलावा, रिपोर्ट से पता चला कि सर्वेक्षण में शामिल 85 प्रतिशत लोग आगामी फेस्टिव सीजन में अपग्रेड की योजना बना रहे हैं। रिपोर्ट में आगे कहा गया कि एप्पल अपने आईफोन 17 सीरीज के लॉन्च और पुरानी पीढ़ी के आईफोन की निरंतर डिमांड से उत्साहित होकर, एक मजबूत सीजन के लिए अच्छी स्थिति में है।