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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

16-09-2025

स्मार्ट इन्वेस्टमेंट चॉइस बन रहे हैं लग्जरी सैकंड होम्स

  •  गत वर्षों में हॉलीडे होम यानि सैकंड होम का ट्रेंड देश में बढ़ा है और इसे स्मार्ट इन्वेस्टमेंट चॉइस की श्रेणी में रखा जा रहा है। देश में यह कल्चर काफी पापूलर हो रहा है। ग्रीन ओपन स्पेस, क्लीन एन्वायरमेंट   देने वाले वैकेशन होम केवल स्वयं के लिये वैकेशन स्टे प्लेस नहीं बन रहे हैं बल्कि रेंटल इनकम का सोर्स भी बन रहे हैं। बीच, हील डेस्टीनेशंस पर ऐसे लग्जरी होम परचेज करने का ट्रेंड ज्यादा देखने में आ रहा है। लग्जरी रेजीडेंशियल आउटलुक 2025 रिपोर्ट में बताया गया है कि 54 प्रतिशत एचएनआईज पहाड़ों या समुद्री तटों पर हॉलीडे होम लेना पसंद कर रहे हैं। इसमें कन्वीनियंस जरूर देखी जा रही है। जैसे शहर से तीन-चार घंटे की दूरी पर ही यह स्थित हो। ऐसा 55 प्रतिशत लोग चाहते हैं। इन्डिया सूथबे इंटरनेशनल रियलिटी के सीईओ के अनुसार प्राइमरी रेजीडेंस से सैकंड होम डेस्टीनेशन के लिये डायरेक्टर फ्लाइट हो, ऐसा 27 प्रतिशत लोग चाहते हैं। इस मामले में फस्र्ट चॉइस गोवा है तो वहीं नेचुरल हिल स्टेशंस भी डिमांड में हैं। अल्ट्रा हाई नेटवर्थ इंडीविज्युअल्स (यूएचएनआईज) और हाई नेटवर्थ इंडीविज्युअल्स (एचएपआईज)इस प्रकार से लग्जरी वैकेशन रेंटल मार्केट को भी गति दे रहे हैं। एग्जॉन डवलपर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर के अनुसार ओवरऑल मार्केट साइज करीब 3.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर है और करीब 23 प्रतिशत सीएजीआर से बढ़ रहा है। गौरतलब है कि इन्डियन बायर्स बंगलो, विला, ब्राण्डेड लैंड एंड होम, कॉटेज लेना पसंद कर रहे हैं, लेकिन इनकी लोकेशन महत्वपूर्ण हैं। अरबन एरियाज में रहने वाले लोग यह समझ रहे हैं कि प्रकृति के बीच समय गुजारने का अपना आनंद है। इससे व्यक्ति रिफे्रश और रीजूवीनेट हो सकता है। आजकल के बिजी शेड्यूअल में फिजिकल और मेंटल हैल्थ के लिये यह जरूरी है।

    होमस्टे सेक्टर में भी तेजी
    इंडस्ट्री रिपोर्ट्स के अनुसार होमस्टे सेक्टर में भी तेजी अनुभव की जा रही है। वित्तीय वर्ष 2023 में 41 प्रतिशत रही थी। वित्तीय वर्ष 2025 में 36 प्रतिशत की ग्रोथ सम्भव है। सेगमेंट में गोवा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश डॉमीनेट कर रहे हैं। लग्जरी ट्रेवलर्स पैट फे्रन्डली होम स्टे, प्राइवेट होम्स की तलाश करते हैं। स्केप्स हॉस्पीटेलिटी के को-फाउंडर के अनुसार हिमाचल प्रदेश सैकंड होम इन्वेस्टमेंट के लिये प्राइम डेस्टीनेशन बन रहा है। यह हाई रेंटल इनकम भी देता है और जब प्रवास करने के लिये जाना हो, तब स्वयं भी जा सकते हैं। लग्जरी विला औसत रूप से 8500 रुपये में अवेलेबल हो जाती है और समर सीजन में ऑक्यूपेंसी पीक पर रहती है। गौरतलब है कि देश के प्रमुख डवलपर्स जैसे डीएलएफ, सुषमा गु्रप, टाटा हाउसिंग, स्केप्स हॉस्पीटेलिटी कसौली और आसपास के क्षेत्रों में लग्जरी प्रोजेक्ट्स रख रहे हैं। हम कह सकते हैं कि कसौली सैकंड होम इन्वेस्टमेंट डेस्टीनेशन के रूप में काफी बेहतर परफॉर्म कर रहा है। इसका कारण यह भी है कि यह दिल्ली और चंडीगढ़ के पास है। दूसरा यहां की नेचुरल ब्यूटी लोगों को आकर्षित करती है। एनारॉक गु्रप के वाइस चेयरमैन के अनुसार एचएनआई, कम्पनियों के उच्च अधिकारी रिमोट वर्क के लिये हॉलीडे होम्स में जाना पसंद कर रहे हैं। पोस्ट पेंडेमिक सेगमेंट ने अच्छी स्पीड पकड़ी है।
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स्मार्ट इन्वेस्टमेंट चॉइस बन रहे हैं लग्जरी सैकंड होम्स

 गत वर्षों में हॉलीडे होम यानि सैकंड होम का ट्रेंड देश में बढ़ा है और इसे स्मार्ट इन्वेस्टमेंट चॉइस की श्रेणी में रखा जा रहा है। देश में यह कल्चर काफी पापूलर हो रहा है। ग्रीन ओपन स्पेस, क्लीन एन्वायरमेंट   देने वाले वैकेशन होम केवल स्वयं के लिये वैकेशन स्टे प्लेस नहीं बन रहे हैं बल्कि रेंटल इनकम का सोर्स भी बन रहे हैं। बीच, हील डेस्टीनेशंस पर ऐसे लग्जरी होम परचेज करने का ट्रेंड ज्यादा देखने में आ रहा है। लग्जरी रेजीडेंशियल आउटलुक 2025 रिपोर्ट में बताया गया है कि 54 प्रतिशत एचएनआईज पहाड़ों या समुद्री तटों पर हॉलीडे होम लेना पसंद कर रहे हैं। इसमें कन्वीनियंस जरूर देखी जा रही है। जैसे शहर से तीन-चार घंटे की दूरी पर ही यह स्थित हो। ऐसा 55 प्रतिशत लोग चाहते हैं। इन्डिया सूथबे इंटरनेशनल रियलिटी के सीईओ के अनुसार प्राइमरी रेजीडेंस से सैकंड होम डेस्टीनेशन के लिये डायरेक्टर फ्लाइट हो, ऐसा 27 प्रतिशत लोग चाहते हैं। इस मामले में फस्र्ट चॉइस गोवा है तो वहीं नेचुरल हिल स्टेशंस भी डिमांड में हैं। अल्ट्रा हाई नेटवर्थ इंडीविज्युअल्स (यूएचएनआईज) और हाई नेटवर्थ इंडीविज्युअल्स (एचएपआईज)इस प्रकार से लग्जरी वैकेशन रेंटल मार्केट को भी गति दे रहे हैं। एग्जॉन डवलपर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर के अनुसार ओवरऑल मार्केट साइज करीब 3.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर है और करीब 23 प्रतिशत सीएजीआर से बढ़ रहा है। गौरतलब है कि इन्डियन बायर्स बंगलो, विला, ब्राण्डेड लैंड एंड होम, कॉटेज लेना पसंद कर रहे हैं, लेकिन इनकी लोकेशन महत्वपूर्ण हैं। अरबन एरियाज में रहने वाले लोग यह समझ रहे हैं कि प्रकृति के बीच समय गुजारने का अपना आनंद है। इससे व्यक्ति रिफे्रश और रीजूवीनेट हो सकता है। आजकल के बिजी शेड्यूअल में फिजिकल और मेंटल हैल्थ के लिये यह जरूरी है।

होमस्टे सेक्टर में भी तेजी
इंडस्ट्री रिपोर्ट्स के अनुसार होमस्टे सेक्टर में भी तेजी अनुभव की जा रही है। वित्तीय वर्ष 2023 में 41 प्रतिशत रही थी। वित्तीय वर्ष 2025 में 36 प्रतिशत की ग्रोथ सम्भव है। सेगमेंट में गोवा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश डॉमीनेट कर रहे हैं। लग्जरी ट्रेवलर्स पैट फे्रन्डली होम स्टे, प्राइवेट होम्स की तलाश करते हैं। स्केप्स हॉस्पीटेलिटी के को-फाउंडर के अनुसार हिमाचल प्रदेश सैकंड होम इन्वेस्टमेंट के लिये प्राइम डेस्टीनेशन बन रहा है। यह हाई रेंटल इनकम भी देता है और जब प्रवास करने के लिये जाना हो, तब स्वयं भी जा सकते हैं। लग्जरी विला औसत रूप से 8500 रुपये में अवेलेबल हो जाती है और समर सीजन में ऑक्यूपेंसी पीक पर रहती है। गौरतलब है कि देश के प्रमुख डवलपर्स जैसे डीएलएफ, सुषमा गु्रप, टाटा हाउसिंग, स्केप्स हॉस्पीटेलिटी कसौली और आसपास के क्षेत्रों में लग्जरी प्रोजेक्ट्स रख रहे हैं। हम कह सकते हैं कि कसौली सैकंड होम इन्वेस्टमेंट डेस्टीनेशन के रूप में काफी बेहतर परफॉर्म कर रहा है। इसका कारण यह भी है कि यह दिल्ली और चंडीगढ़ के पास है। दूसरा यहां की नेचुरल ब्यूटी लोगों को आकर्षित करती है। एनारॉक गु्रप के वाइस चेयरमैन के अनुसार एचएनआई, कम्पनियों के उच्च अधिकारी रिमोट वर्क के लिये हॉलीडे होम्स में जाना पसंद कर रहे हैं। पोस्ट पेंडेमिक सेगमेंट ने अच्छी स्पीड पकड़ी है।

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