इटरनल लिमिटेड (पूर्व में जोमैटो) ने कहा कि वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड शुद्ध लाभ 77 प्रतिशत घटकर 39 करोड़ रुपए रह गया, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 175 करोड़ रुपए था तिमाही आधार पर, ब्लिंकिट के स्वामित्व वाली फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो को वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 59 करोड़ रुपए से 33 प्रतिशत का शुद्ध घाटा हुआ है। कंपनी के कुल व्यय में सालाना आधार पर 67 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 3,636 करोड़ से बढक़र 6,104 करोड़ रुपए हो गया। तिमाही आधार पर कंपनी के व्यय में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई। फूड डिलीवरी कंपनी का परिचालन से कंसोलिडेटेड राजस्व 64 प्रतिशत बढक़र 5,833 करोड़ रुपए हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी जनवरी-मार्च तिमाही में यह 3,562 करोड़ रुपए था। इस चौथी तिमाही के दौरान जोमैटो की कुल आय बढक़र 6,201 करोड़ रुपए हो गई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 3,797 करोड़ रुपए थी। कंपनी के खर्च भी 3,636 करोड़ रुपए से बढक़र 6,104 करोड़ रुपए हो गए। इटरनल के संस्थापक और सीईओ दीपिंदर गोयल ने कहा कि हमें इस स्लोडाउन के लिए कोई लॉन्ग-टर्म स्ट्रक्चरल कारण नहीं दिखता है। रेस्टोरेंट के भोजन की कम पहुंच और भारत में शहरीकरण और प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि जैसी बुनियादी बातों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।