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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

10-12-2025

अरंडी तेल : अधिक मंदा नहीं

  •  औद्योगिक मांग घटने से हल ही में अरंडी तेल के भाव 200 रूपये प्रति क्विंटल घट गए, भविष्य में ओर अधिक गिरावट की संभावना कम है। औद्योगिक  मांग कमज़ोर होने से एक पखवाड़े के दौरान अरंडी तेल के भाव ऊपरी  स्तर 200 रूपये घटकर 14400/14500 रूपये प्रति क्विंटल रह गए। अहमदाबाद मंडी में इसके भाव 200 रुपए घटकर 13700/13750 रुपए प्रति  किवंटल रह गए। उठाव कमजोर होने से राजस्थान की मंडियों अरंडी के भाव लूज में इसके भाव 6330/6400 रुपए  तथ गुजरात में 6400/6500 रूपये प्रति कुंतल बोले गए। हालांकि सटोरिया लिवाली बिकवाली से उक्त अवधि के दौरान एनसीडीईएक्स में अरंडी वायदा दिसम्बर डिलीवरी में मामूली उतार चढ़ाव बना रहा। अरंडी का उत्पादन देश में मुख्य रूप राजस्थान गुजरात आंध्र प्रदेश बिहार में होता है।  देश में अरंडी की बिजाई अधिक  हुई है  बिजाई का  रकबा बढऩे व अनुकूल मौसम होने के कारण उत्पादन में बढ़ोतरी होने की संभावना है। सॉल्वेंट  एक्सट्रैक्शन एसोसिएशन के अनुसार अप्रैल से अक्टुबर 2025 की  अवधि के दौरान तेल का निर्यात 398985 टन हुआ है। जबकि पिछले वर्ष समान अवधि की तुलना में कम है। वर्तमान हालात को देखते हुए आने वाले समय अरंडी तेल की कीमतों में गिरावट  की उम्मीद कम है। औद्योगिक व निर्यात मांग निकलते ही बाजार पुन: बढ़ जाएगा।

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अरंडी तेल : अधिक मंदा नहीं

 औद्योगिक मांग घटने से हल ही में अरंडी तेल के भाव 200 रूपये प्रति क्विंटल घट गए, भविष्य में ओर अधिक गिरावट की संभावना कम है। औद्योगिक  मांग कमज़ोर होने से एक पखवाड़े के दौरान अरंडी तेल के भाव ऊपरी  स्तर 200 रूपये घटकर 14400/14500 रूपये प्रति क्विंटल रह गए। अहमदाबाद मंडी में इसके भाव 200 रुपए घटकर 13700/13750 रुपए प्रति  किवंटल रह गए। उठाव कमजोर होने से राजस्थान की मंडियों अरंडी के भाव लूज में इसके भाव 6330/6400 रुपए  तथ गुजरात में 6400/6500 रूपये प्रति कुंतल बोले गए। हालांकि सटोरिया लिवाली बिकवाली से उक्त अवधि के दौरान एनसीडीईएक्स में अरंडी वायदा दिसम्बर डिलीवरी में मामूली उतार चढ़ाव बना रहा। अरंडी का उत्पादन देश में मुख्य रूप राजस्थान गुजरात आंध्र प्रदेश बिहार में होता है।  देश में अरंडी की बिजाई अधिक  हुई है  बिजाई का  रकबा बढऩे व अनुकूल मौसम होने के कारण उत्पादन में बढ़ोतरी होने की संभावना है। सॉल्वेंट  एक्सट्रैक्शन एसोसिएशन के अनुसार अप्रैल से अक्टुबर 2025 की  अवधि के दौरान तेल का निर्यात 398985 टन हुआ है। जबकि पिछले वर्ष समान अवधि की तुलना में कम है। वर्तमान हालात को देखते हुए आने वाले समय अरंडी तेल की कीमतों में गिरावट  की उम्मीद कम है। औद्योगिक व निर्यात मांग निकलते ही बाजार पुन: बढ़ जाएगा।


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