अंतराष्ट्रीय बाजार में चांदी की कीमतों में तेजी का रुख होने से स्थानीय सराफा बाजार में चांदी के भा11000 रूपए प्रति किलो बढ़ गए। भविष्य में भी इसमें और अधिक तेज़ी की संभावना कम है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी के भाव 3290सेबढक़र 3650सेंट प्रति औंस हो जाने तथा औद्योगिक मांग निकलने के कारण एक माह के दौरान चांदी हाजिर11000 रूपये बढक़र 1,10,000रूपये प्रति किलो के उच्च स्तर पर पहुंच गई। सटोरिया लिवाली से चांदी वायदा 95500 से उछलकर 106500 रूपए प्रति किलो हो गई। चांदी में तेजी आने एवं बिकवाली घटने से चांदी सिक्के के भाव 1385/1390 से बढक़र 1420/1430 रूपये प्रति नग हो गए। उल्लेखनीय है कि चांदी सर्वकालीन शिखर पर पहुंचकर तेजी का इतिहास रच दिया। मुंबई सर्राफा बाजार में भी बिकवाली घटने से चांदी के भाव 11000 रूपये बढक़र 10,6800 रूपए प्रति किलो हो गई। कोलकाता में बिकवाली कमजोर होने से चांदी हाजिर के भाव 11000 रूपये बढक़र 10725। 0 रूफये प्रति किलो हो गई। हालांकि उक्त अवधि के दौरान विदेशी मुद्रा बाजार में डॉलर की तुलना में रुपए 84.53 से घट कर86.03रूपये के निचले स्तर पर पहुंच गया।।वैश्विक अर्थव्यवस्था में उतार चढाव बना रहने के कारण दोनों बहुमूल्य धातुओं में निवेशकों रूझान बना हुआ है, तथा दूसरी ओर सोने में आई भारी तेजी के कारण भविष्य में आभूषण निर्माताओं की मांग बढऩे की संभावना है। इसके अलावा सौर ऊर्जा, इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रॉनिक वाहन उद्योग में चांदी की खपत पहले की तुलना में बढ़ गई है। हाल ही में आई रिकाड तेजी के कारण , मुनाफा वसूली आने पर एक बार इसमे 8000/10000 रुपए प्रति किलो की ट्रांपरेरी गिरावट देखने को मिल सकती है उसके बाद बाजार रुक जाएगा।