पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के दो विश्वविद्यालयों ने विभाजन के बाद पहली बार साझा विरासत का हवाला देते हुए संस्कृत में लघु पाठ्यक्रम शुरू किए हैं और भविष्य में गीता व महाभारत पढ़ाने की योजना बना रहे हैं। पंजाब लाहौर विश्वविद्यालय (सरकारी) और लाहौर प्रबंधन विज्ञान विश्वविद्यालय (निजी) ने इस शास्त्रीय भाषा में तीन महीने का पाठ्यक्रम शुरू किया है। शिक्षक भविष्य में शोध के लिए पंजाब विश्वविद्यालय में मौजूद संस्कृत पांडुलिपियों के महत्वपूर्ण संग्रह पर निर्भर हैं। पंजाब विश्वविद्यालय में हिंदी विभाग के प्रोफेसर डॉ. अशोक कुमार ने कहा कि लाहौर यूनिवर्सिटी ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज (एलयूएमएस) ने सबसे पहले बुनियादी स्तर-प्रथम और द्वितीय की शुरुआत की, जिसके बाद पंजाब विश्वविद्यालय लाहौर ने भी इसे शुरू किया। प्रोफेसर ने यह भी कहा कि शास्त्रीय भाषा के तीन वर्षीय पाठ्यक्रम में विद्यार्थी गीता और महाभारत पढ़ सकेंगे।