अमेरिका के प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने बाइडन प्रशासन ने अपने अंतिम वर्ष में तय किए गए माइलेज (फ्यूल इकॉनॉमी) मानकों में कटौती का प्रस्ताव दिया है। ट्रंप ने यह कदम कार कंपनियों को पेट्रोल कारें बेचने में आ रही परेशानी को दूर करने के लिए उठाया है। ट्रंप का यह फैसला बाइडन की एक फ्लेगशिप क्लाइमेट पॉलिसी को पलटने जैसा है, जिसके तहत ईवी खरीद को प्रोत्साहन दिया जा रहा था। लेकिन ट्रंप ने कहा कि लोग गैसोलीन कार चाहते हैं। नेशनल हाईवे ट्रैफिक सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन (एनएचटीएसए) ने मॉडल ईयर 2022 से 2031 तक के लिए फ्यूल इकॉनॉमी मानकों में भारी कटौती का प्रस्ताव रखा है, जिसके तहत 2031 तक औसत 34.5 माइल्स प्रति गैलन निर्धारित किया गया है, जो वर्तमान 50.4 माइल्स प्रति गैलन (21.4 किमी प्रति लीटर) से काफी कम है। एनएचटीएसए ने 2022 के मानकों को भी घटाने का प्रस्ताव दिया है और 2031 तक हर वर्ष केवल 0.25-0.5 परसेंट तक बढ़ोतरी करने का सुझाव दिया है। 2022 में बाइडन प्रशासन के तहत 2024-25 के मॉडल वर्ष के लिए यह बढ़ोतरी 8 परसेंट और 2026 के लिए 10 परसेंट तय की गई थी। बाइडन प्रशासन ने अमेरिका में कार कंपनियों को ईवी का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए प्रेरित करने के लिए यह नियम बनाए थे। हालांकि बाइडन प्रशासन ने भी पेट्रोल कारों पर तत्काल रोक नहीं लगाई थी। एनएचटीएसए का अनुमान है कि प्रस्तावित नियम से पैसेंजर वेहीकल की औसत शुरुआती कीमत लगभग 930 डॉलर (लगभग 77,000 रुपये) घटेगी। हालांकि 2050 तक ईंधन की खपत लगभग 100 बिलियन गैलन बढ़ जाएगी जिससे अमेरिकी कंज्यूमर को लगभग 185 बिलियन डॉलर अधिक खर्च करना पड़ेगा और कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में लगभग 5 परसेंट बढ़ोतरी होगी। एनेलिस्ट कहते हैं कि पिछले वर्षों के नियमों में कटौती से ऑटोमेकरों के लिए अनुपालन करना बेहद आसान हो जाएगा और उन्हें 2031 तक लगभग 35 बिलियन डॉलर की बचत होगी। रिपोर्ट्स के अनुसार सबसे ज्यादा 8.7 बिलियन डॉलर का फायदा जीएम को वहीं फोर्ड व स्टेलेंटिस को 5 बिलियन डॉलर से अधिक का लाभ होगा। प्रस्ताव में स्कीम में बड़े बदलाव भी शामिल हैं। इसके तहत वर्ष 2028 से ऑटोमेकरों के बीच क्रेडिट ट्रेडिंग समाप्त की जाएगी और कई फ्यूल-सेविंग फीचर्स क्रेडिट भी बंद हो जाएंगे। एनएचटीएसए ने कहा कि क्रेडिट ट्रेडिंग ईवी कंपनियों के लिए रेवेन्यू के लिहाज से एक जैकपॉट साबित हो रहा है। एनएचटीएसए ने कहा कि माइलेज मानकों में इस कटौती के प्रस्ताव के कारण 2035 में उत्सर्जन में जितनी वृद्धि होगी, वह 77 लाख वाहनों के वार्षिक उत्सर्जन के बराबर है। इस वर्ष की शुरुआत में, ट्रंप ने ऑटोमेकरों के लिए फ्यूल इकॉनॉमी पेनल्टी समाप्त करने वाले कानून पर हस्ताक्षर किए थे, जिससे उन्हें 2022 मॉडल ईयर के बाद से कोई जुर्माना नहीं देना पड़ेगा।क्रेडिट ट्रेडिंग समाप्त होने से टेस्ला और रिवियन जैसी कंपनियों को नुकसान होगा, जो पेट्रोल कार कंपनियों को क्रेडिट बेचकर अरबों डॉलर कमाती हैं। इस प्रस्ताव पर फोर्ड के सीईओ जिम फार्ले ने कहा कि कंपनी अधिक सस्ती कारों में निवेश करेगी। ट्रंप ने दावा किया कि कारों की कीमतें घट रही हैं, जबकि सितंबर के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार नई कारों की कीमतें साल-दर-साल 0.8 परसेंट बढ़ी हैं। केली ब्लू बुक के अनुसार अक्टूबर में अमेरिका में नई कार की औसत कीमत पहली बार 50 हजार डॉलर से ऊपर गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में 3.6 परसेंट ज्यादा है। वहीं जीएम की सीईओ मैरी बैरा ने कहा कि अगर कांग्रेस ने कैलिफोर्निया जीरो-इमिशन नियम को ब्लॉक नहीं किया होता, तो ऑटो सेक्टर को 2026 में 35 परसेंट ईवी बिक्री अनिवार्य करनी पड़ती।