बजाज ऑटो ने सीएनजी बाइक फ्रीडम125 की प्राइस में फिर पांच हजार रुपये की कटौती कर दी। इससे पहले दिसंबर में भी इसकी प्राइस 10 हजार रुपये घटाई गई थी। कंपनी ने जिन उम्मीदों के साथ दुनिया की पहली सीएनजी मोटरसाइकल फ्रीडम 125 को लॉन्च किया था वो पूरी नहीं हो पा रही हैं। कंपनी ने हीरो स्प्लैंडर वाले कम्यूटर सैगमेंट में अपना दखल बढ़ाने के लिए इस बाइक को लॉन्च किया था लेकिन शुरूआती ठीक-ठीक टेकऑफ के बाद अब इसका ब•ा खत्म हो रहा है। एनेलिस्ट कहते हैं कि बजाज इस प्राइस सेंसिटिव कैटेगरी को समझने में चूक कर बैठी। अफोर्डेबिलिटी के इश्यू के साथ ही देश में सीमित सीएनजी नेटवर्क और सरकार की ओर से कोई सीएनजी सपोर्ट नहीं होने के कारण फ्रीडम125 बजाज ऑटो के लिए असैट के बजाय लायबिलिटी बन गई है। अप्रैल में इसकी रिटेल सेल्स 3,684 यूनिट ही रह गई जो जुलाई 2024 में लॉन्च के बाद सबसे कम है। रिपोर्ट कहती हैं कि जुलाई24 से अप्रेल25 के बीच फ्रीडम125 की कुल 55,585 यूनिट ही बिक पाई हैं। एनआरआई कंसल्टिंग एंड सॉल्यूशंस के मोबिलिटी विशेषज्ञ प्रीतेश सिंह ने कहा, सीएनजी की प्राइस बढ़ते इंपोर्ट के कारण ग्लोबल ट्रेंड से जुड़ी होती हैं जिससे कंपनी का कम ऑपरेटिंग कॉस्ट का दावा इतना कारगर साबित नहीं हो रहा है। फिर सीमित सीएनजी नेटवर्क और सस्ते इलेक्ट्रिक ऑप्शन भी फ्रीडम 125 के पांवों में बेडियां डाल रहे हैं। बजाज ऑटो ने फ्रीडम125 को बड़ी उम्मीदों के साथ लॉन्च किया था। कंपनी का मानना था कि यह उसे टू-व्हीलर सैगमेंट में 12 परसेंट पर अटके हुए मार्केट शेयर को बढ़ाने में मदद कर सकती है। टू-व्हीलर मार्केट में टीवीएस और सुजुकी जहां ग्राउंड गेन कर रही हैं वहीं हीरो मोटोकॉर्प का दबदबा कम हो रहा है। लेकिन बजाज ऑटो जैसे टू-व्हीलर के इस पावरप्ले को फैंस सिटर (खेल को मुंडेर पर बैठकर देखना) की तरह देख रही है। हालांकि कंपनी 110-125 सीसी सैगमेंट को टार्गेट कर रही थी जिसका कुल टू-व्हीलर मार्केट में 30 परसेंट शेयर है। एनेलिस्ट कहते हैं कि स्ट्रेटेजी के लिहाज से बजाज ने सही स्वीट स्पॉट तलाशा था लेकिन एक्जीक्यूशन के लेवल कहीं चूक गई। एनेलिस्ट कहते हैं कि बजाज ऑटो ने फ्रीडम125 का प्रॉडक्शन बहुत तेजी से बढ़ाया था और फेस्टिव सीजन को कैपिटलाइज करने के लिए जुलाई24 से नवंबर 24 के बीच ही 67 हजार बाइक्स डीलर को डिस्पैच कर दी थीं लेकिन रिटेल रिपोर्ट कहती हैं कि अप्रेल25 तक इसकी केवल 55385 यूनिट्स ही बिक पाईं। एसएंडपी ग्लोबल मोबिलिटी के डायरेक्टर पुनीत गुप्ता कहते हैं कि प्रॉडक्ट में नोवल्टी और अपील की कमी है। फिर रीसेल वैल्यू के भी सवाल हैं। मार्केट में अकेला सीएनजी टू-व्हीलर होने के कारण कस्टमर कॉन्फिडेंस का भी चैलेंज है। इस बाइक में 2 किलो सीएनजी और 2 लीटर पेट्रोल टैंक है। एनेलिस्ट कहते हैं कि दिल्ली में सीएनजी प्राइस के लिहाज से इस बाइक की ऑपरेटिंग कॉस्ट 75 पैसे कम पड़ती है लेकिन देश के अलग-अलग शहरों में यह फायदा घटकर 36 पैसे ही रह जाता है। यदि कोई दिन में 100 किमी बाइक चलाता है तो महीने में 1 हजार रुपये की ही बचत हो पाती है।
