देश में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की कितनी तेजी से मेनस्ट्रीमिंग हो रही है इसका अंदाजा इस बात से लग सकता है कि महीने दर महीने कंपनियों की रैंकिंग बदल रही है। बजाज ऑटो जो पिछले महीने दूसरे पायदान पर थी अब पांचवे पर फिसल गई है। और एक बहुत तेज और अनएक्सपेक्टेड टर्न ऑफ इवेंट्स में अंडरडॉग या मीनियन (छुटभैया) कही जा रहा एथर एनर्जी लंबी लीप ऑफ फेथ (छलांग) लगाते हुए दूसरे पायदान पर पहुंच गई है। अगस्त के डेटा के अनुसार टीवीएस बेस्ट सेलर है वहीं दूसरे पायदान पर एथर है जबकि ओला तीसरे पर है और इसके मार्केटशेयर में लगातार कमी आ रही है। हीरोमोटो अगस्त में चौथे पायदान पर है और बजाज ऑटो पांचवे पायदान पर फिसल गई है। यानी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सैगमेंट में कटथ्रोट कंपीटिशन हो रहा है और यह तब है जब विवादों में फंसी ओला अपने प्लान ऑफ एक्शन को नए सिरे से तैयार कर रही है। वाहन पोर्टल के डेटा के अनुसार एथर का मार्केट शेयर 17 परसेंट तक पहुंच गया है। ईवी बाजार में टीवीएस लगातार अपनी लीडरशिप को बनाए हुए है और आईक्यूब स्कूटर के दम पर कंपनी 25 परसेंट मार्केट शेयर के साथ टॉप पर बनी हुई है। फस्र्ट मूवर एडवांटेज के दम पर भारत में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की मेनस्ट्रीमिंग करने वाली ओला इलेक्ट्रिक 16 परसेंट हिस्सेदारी के साथ तीसरे स्थान पर है। साथ में लगी टेबल से पता चलता है कि भारत में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर के तीन सबसे ब्रांड्स टीवीएस, एथर और ओला पूरे मार्केट को ड्राइव कर रहे हैं और इनका कुल मार्केेट शेयर 50 परसेंट को पार करते हुए 58 परसेंट तक पहुंच गया है। एथर एनर्जी ने अपने गढ़ साउथ इंडिया के मार्केट से बाहर निकलते हुए वेस्टर्न इंडिया के मार्केट में बहुत आक्रामक विस्तार किया है। महाराष्ट्र और गुजरात में कंपनी ने अपने नए मॉडल रिज़्ता के जरिये मजबूत पकड़ बनाई है। हीरो मोटोकोर्प के सपोर्ट वाली कंपनी एथर इन मार्केट्स में अपने नेटवर्क को तेजी से बढ़ा रही है। वर्तमान में एथर के 446 रिटेल स्टोर हैं और टार्गेट वित्त वर्ष 2026 के अंत तक 700 स्टोर्स के लेवल तक पहुंचने का है। इस बीच हीरो मोटोकॉर्प ने ईवी सेगमेंट में पहली बार टॉप5 में जगह बनाई है। कंपनी चौथे नंबर पर पहुंच गई है। माना जा रहा है कि कंपनी के वीदा एक्स2 को अच्छा रेस्पॉन्स मिल रहा है और इसकी कीमत 82 हजार रुपये है साथ ही कंपनी ने बैटरी यूज का प्लान भी लॉन्च किया है। बैटरी एज अ सर्विस (बास) प्लान के तहत बायर को बैटरी की कीमत एक साथ नहीं चुकानी पड़ती, जिससे गाड़ी की शुरुआती कीमत घटकर लगभग 57 हजार रुपये रह जाती है। दूसरी ओर चेतक वाली बजाज ऑटो पांचवें पायदान पर खिसक गई है। कंपनी का मार्केट शेयर घटकर 12 परसेंट रह गया है जबकि मई और जून में कंपनी का शेयर 22 परसेंट और जुलाई में 19 परसेंट था। जहां तक कुल इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मार्केट की बात है तो महीने की कुल सेल्स लगभग 1 लाख यूनिट पर अटकी हुई है। कई कंपनियां 1 लाख रुपये से कम कीमत वाले मॉडल लॉन्च कर रही हैं, और बास (बैटरी-एज-अ-सर्विस) जैसी स्कीम्स भी लॉन्च कर रही हैं। हालांकि एनेलिस्ट कहते हैं कि बजाज ऑटो के पिछड़ जाने की बड़ी वजह चीन से रेयर अर्थ मैग्नेट की सप्लाई रुक जाना भी हो सकता। बजाज ऑटो के एमडी राजीव बजाज ने कहा भी था कि अगस्त में प्रॉडक्शन पर असर पड़ सकता है।
