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08-09-2025

Nilachal Carbo Metalicks Ltd. का SME IPO बिजनस De-Growth के बीच मांगा जा रहा वेल्यूएशन Unreasonable

  •  नीलाचल कार्बो मेटेलिक्स लि. का एसएमई आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 8-10 सितंबर 2025 के बीच ओपन रहेगा जिसके तहत कंपनी 85 रुपये की प्राइस पर शेयर इश्यू कर जहां 19.28 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है वहीं ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत कंपनी के प्रमोटर्स अपनी कुछ होल्डिंग बेचकर 34 करोड़ रुपये जुटाना चाहते हैं। दिलचस्प रूप से फ्रेश इश्यू से अधिक साइज ऑफर फॉर सेल (OFS) का है जो अपने आप में एक असहज करने वाला पहलू है। यह कंपनी Low Ash Metallurgical (LAM) मेन्यूफेक्चर करती है जिसका यूज फेरो एलॉय सेक्टर में होता है। आईपीओ से जुटाए गए फंड्स में से 13.46 करोड़ रुपये का यूज कंपनी द्वारा कैपेसिटी एक्सपेंशन के लिए किया जाएगा। जबकि कंपनी वर्तमान में केवल 49 प्रतिशत की कैपेसिटी युटिलाइजेशन रेट पर ही ओपरेट कर रही है। वर्तमान कैपेसिटी उपलब्ध होने के बावजूद कंपनी द्वारा किया जा रहा एक्सपेंशन खराब Capital Allocation Strategy को इंडिकेट करती है। कंपनी के फाइनेंशियल परफोर्मेंस को देखें तो फाइनेंशियल ईयर 2024-25 में कंपनी की रेवेन्यू 24 प्रतिशत घटकर 203 करोड़ रुपये जबकि नेट प्रोफिट 12.5 प्रतिशत घटकर 14 करोड़ रुपये रहा। रेवेन्यू में डी-ग्रोथ के बावजूद कंपनी के ओपरेटिंग मार्जिन 9.42 प्रतिशत से बढक़र 2024-25 में 13.5 प्रतिशत हो गए। ऐसे में इनकी सस्टेनेबिलिटी पर सवाल उठना लाजिमी है। 31 मार्च 2025 को कंपनी पर 23.5 करोड़ रुपये का डेब्ट भी बकाया था। कंपनी आईपीओ के तहत 212 करोड़ रुपये का मार्केट कैप मांग रही है जिसके आधार पर 15 गुना के पीई-मल्टीपल का वेल्यूएशन आता है। बिजनस में किसी प्रकार के Moat नहीं होने के साथ ही 2024-25 में बिजनस De-Growth की स्थिति में मांगा जा रहा वेल्यूएशन Unreasonable कहा जा सकता है।  कंपनी ने अपने आईपीओ के मेनेजमेंट के लिए मुंबई बेस्ड Sun Capital Advisory Services को मर्चेंट बैंकर एपॉइंट किया है।

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Nilachal Carbo Metalicks Ltd. का SME IPO बिजनस De-Growth के बीच मांगा जा रहा वेल्यूएशन Unreasonable

 नीलाचल कार्बो मेटेलिक्स लि. का एसएमई आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 8-10 सितंबर 2025 के बीच ओपन रहेगा जिसके तहत कंपनी 85 रुपये की प्राइस पर शेयर इश्यू कर जहां 19.28 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है वहीं ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत कंपनी के प्रमोटर्स अपनी कुछ होल्डिंग बेचकर 34 करोड़ रुपये जुटाना चाहते हैं। दिलचस्प रूप से फ्रेश इश्यू से अधिक साइज ऑफर फॉर सेल (OFS) का है जो अपने आप में एक असहज करने वाला पहलू है। यह कंपनी Low Ash Metallurgical (LAM) मेन्यूफेक्चर करती है जिसका यूज फेरो एलॉय सेक्टर में होता है। आईपीओ से जुटाए गए फंड्स में से 13.46 करोड़ रुपये का यूज कंपनी द्वारा कैपेसिटी एक्सपेंशन के लिए किया जाएगा। जबकि कंपनी वर्तमान में केवल 49 प्रतिशत की कैपेसिटी युटिलाइजेशन रेट पर ही ओपरेट कर रही है। वर्तमान कैपेसिटी उपलब्ध होने के बावजूद कंपनी द्वारा किया जा रहा एक्सपेंशन खराब Capital Allocation Strategy को इंडिकेट करती है। कंपनी के फाइनेंशियल परफोर्मेंस को देखें तो फाइनेंशियल ईयर 2024-25 में कंपनी की रेवेन्यू 24 प्रतिशत घटकर 203 करोड़ रुपये जबकि नेट प्रोफिट 12.5 प्रतिशत घटकर 14 करोड़ रुपये रहा। रेवेन्यू में डी-ग्रोथ के बावजूद कंपनी के ओपरेटिंग मार्जिन 9.42 प्रतिशत से बढक़र 2024-25 में 13.5 प्रतिशत हो गए। ऐसे में इनकी सस्टेनेबिलिटी पर सवाल उठना लाजिमी है। 31 मार्च 2025 को कंपनी पर 23.5 करोड़ रुपये का डेब्ट भी बकाया था। कंपनी आईपीओ के तहत 212 करोड़ रुपये का मार्केट कैप मांग रही है जिसके आधार पर 15 गुना के पीई-मल्टीपल का वेल्यूएशन आता है। बिजनस में किसी प्रकार के Moat नहीं होने के साथ ही 2024-25 में बिजनस De-Growth की स्थिति में मांगा जा रहा वेल्यूएशन Unreasonable कहा जा सकता है।  कंपनी ने अपने आईपीओ के मेनेजमेंट के लिए मुंबई बेस्ड Sun Capital Advisory Services को मर्चेंट बैंकर एपॉइंट किया है।


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