सोमवार को ग्लोबल स्टॉक मार्केट्स में व्यापक Sell-off देखने को मिला। असल में अमरीका में मंदी की गहराती आशंका व जापान के सेंट्रल बैंक द्वारा अप्रत्याशित रूप से इंटरेस्ट रेट्स में की गई 0.25' की बढ़ोतरी को इस Sell-off का कारण माना जा रहा है। जापान के सेंट्रल बैंक के कदम से Yen Carry Trade के बड़े लेवल पर इंपैक्ट होने की आशंका है। स्टॉक्स से लेकर करेंसी व कमोडिटीज से लेकर क्रिप्टो में आई इस बिकवाली से इंडियन स्टॉक मार्केट भी अछूते नहीं रहे व इनमें भी सोमवार को व्यापक बिकवाली देखी गई। बीएसई सेंसेक्स 2,200 अंक से अधिक का गोता लगाकर 78,759.40 पर बंद हुआ वहीं निफ्टी-50 इंडेक्स भी 662 अंक की बड़ी गिरावट के साथ 24,055.60 अंक पर बंद हुआ। इंडियन स्टॉक मार्केट में सोमवार को दर्ज की गई गिरावट की व्यापकता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बीएसई पर ट्रेड हुए कुल 4189 शेयरों में से 3414 (81') शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण सोमवार को घटकर 441.84 लाख करोड़ रुपये पर आ गया। निवेशकों को शुक्रवार को 4.46 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। इस प्रकार, दो दिनों में उन्हें 19 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में मंदडिय़े हावी रहे। जापान में ब्याज दर बढऩे के कारण येन ‘कैरी ट्रेड’ की स्थिति पलटने की आशंका बाजार गिरने का शुरुआती कारण था। अमेरिका में रोजगार के आंकड़ों ने स्थिति और खराब की है। इससे दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका बढ़ी है। इन सबसे बाजार धारणा प्रभावित हुई।’’
