राज्य सरकार द्वारा लगाये गये यूजर चार्ज से आटा, मैदा, सूजी, दाल, चावल, तेल, ड्राईफ्रूट्स, पशुआहार के व्यापारी परेशानी में आ गये हैं। मण्डी के अन्दर व्यापार करने पर 50 पैसे सैंकड़ा यूजर चार्ज देना पड़ता है और मण्डी के बाहर व्यापार करने पर 50 पैसे सैंकड़ा जिंस की कीमत कम रहती है। राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के प्रतिनिधियों ने निदेशक, कृषि विपणन विभाग से मुलाकात कर अवगत कराया कि इस यूजर चार्ज को आप इसी तरह से लगाकर रखेंगे तो राजधानी मण्डी वीरान हो जायेगी और इसके साथ प्रभावित मण्डियों का भी यही हाल होगा। इस्तीफा देने वालों में खाद्य पदार्थ व्यापार संघ राजधानी मण्डी अध्यक्ष रामचरण नाटाणी, महामंत्री अविनाश जैन, उपाध्यक्ष घासीराम अग्रवाल, जयपुर संभागीय अध्यक्ष रामावतार बटवाड़ा, संभागीय संगठन मंत्री नितिन बटवाड़ा, कार्यकारिणी सदस्य कैलाश चन्द अटोलिया, दीपक बैद, अरुण जैन, दर्शन जैन, मुकेश खण्डेलवाल, विष्णु अग्रवाल आदि शामिल है। इन सदस्यों ने यूजर चार्ज लगाने के लिये राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ की दोहरी नीति को भी दोषी माना। राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के चेयरमेन बाबूलाल गुप्ता ने राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि सकारात्मक सोच के साथ यूजर चार्ज को हटाने के लिये कदम बढ़ायें, ताकि व्यापारियों का विरोध कम हो और मण्डियों में व्यापार सुगमता से चलें। गुप्ता ने यह भी मांग की है कि जब तक निर्णय नहीं हो जाता है निदेशक, कृषि विपणन विभाग कृषि मण्डियों को आदेश दें कि इस संबंध में की जा रही कार्यवाही रोकी जावें।